वक़्त धूप -छाँव हैं,
नित नया अहसास हैं।
वक्त कैनवास हैं,
नित नये रंगों की बोछार हैं।
वक़्त जादूगरी हैं,
नित नए अजूबों की राह है
वक़्त एक सवाल हैं,
नित हम ढूंढ़ते जवाब हैं।
वक्त रेत हैं, वक्त पानी हैं,
वक़्त बहती हवा हैं।
नित इसे रोकने का करते हम
असफल प्रयास हैं।
नित नया अहसास हैं।
वक्त कैनवास हैं,
नित नये रंगों की बोछार हैं।
वक़्त जादूगरी हैं,
नित नए अजूबों की राह है
वक़्त एक सवाल हैं,
नित हम ढूंढ़ते जवाब हैं।
वक्त रेत हैं, वक्त पानी हैं,
वक़्त बहती हवा हैं।
नित इसे रोकने का करते हम
असफल प्रयास हैं।
बहुत बढ़िया दीदी
ReplyDeleteसादर
वर्ष 2013 आपको सपरिवार शुभ एवं मंगलमय हो ।शासन,धन,ऐश्वर्य,बुद्धि मे शुद्ध-भाव फैलावे---विजय राजबली माथुर
ReplyDeleteबहुत खूब ....
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