Saturday, July 23, 2011

मुंबई की बरसात

यह मुंबई की बरसात हैं।
यह मुंबई की बरसात हैं।
किसी के लिए सौगात खुशियों की,
तो कही मुसीबत की मार हैं।
यह मुंबई की बरसात हैं ।

कोई मोती की इन बूंदों से खेले,
कोई अपनी टपकती छत को देखे।
किसी के लिए मौसम खुशगवार हैं,
तो किसी के लिए परेशानी की धार हैं।
यह मुंबई की बरसात हैं ।
यह मुंबई की बरसात हैं ।

कही लोकल ठप्प हैं,
कही सडको पर जाम हैं।
अनगिनत गड्ढो से बिगड़ते हरदम हालत हैं
फिर भी मुस्कुराकर मुंबईकर,
हर मुसीबत से लड़ने को तैयार हैं।
यह मुंबई की बरसात हैं।
यह मुंबई की बरसात हैं।



10 comments:

  1. बहुत बढ़िया लिखा है आपने। मुंबई की बरसात बहुत खास होती है :)


    सादर

    ReplyDelete
  2. शीतल जी
    बहुत ख़ूब !

    किसी के लिए सौगात खुशियों की,
    तो कही मुसीबत की मार हैं।
    यह मुंबई की बरसात हैं ।


    अच्छा चित्र खींचा है आपने … आभार !

    हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !

    -राजेन्द्र स्वर्णकार

    ReplyDelete
  3. बहुत सुन्दरता से आपने मुंबई के बरसात को शब्दों में बखूबी पिरोया है! बेहतरीन कविता!

    ReplyDelete
  4. wonderful piece of writing!
    Really enjoyed reading it!!!!!!!!!!

    ReplyDelete
  5. मुम्बई की बरसात के दर्शन करा दिए ..बहुत सुन्दर प्रस्तुति ...

    और हाँ दोस्ती करने के लिए पूछना पड़ता है क्या ? और रही बोर होने की बात तो बोर तो इंसान अपने आप से होता है .. :):) सस्नेह

    ReplyDelete
  6. आपको एवं आपके परिवार को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!
    मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
    http://seawave-babli.blogspot.com/
    http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/

    ReplyDelete
  7. वाह! क्या बात है बरसात की
    वो भी मुंबई की.

    सुन्दर प्रस्तुति है आपकी.

    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है.

    ReplyDelete
  8. आपको एवं आपके परिवार को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनायें!

    ReplyDelete
  9. यह मुम्बई की बरसात है...क्या खूब लिखा है

    आपका मेर्र ब्लॉग http:dheerendra11.blogspot.com में

    स्वागत है,

    ReplyDelete
  10. आपको एवं आपके परिवार को दशहरे की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें !

    ReplyDelete