भर लो मुट्ठी मैं रंग अबीर और गुलाल।
हवा मैं बिखरावो इसे,सतरंगी बन जाए ये संसार।
ख़ुशी की फुहार से करदो सबको सरोबार।
भूल कर सारे गिले -शिकवे प्रेम से मिलो सबसे आप।
यही सन्देश देता हैं होली का यह त्यौहार।
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होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteसादर
होली की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDelete
ReplyDelete♥
भूल कर सारे गिले -शिकवे प्रेम से मिलो सबसे आप !
वाह !
आदरणीया शीतल जी
सस्नेहाभिवादन !
सुंदर भावों के साथ अच्छी अभिव्यक्ति के लिए आभार !
अगली होली तक के लिए बीती होली की शुभकामनाएं !
:)
~*~नवरात्रि और नव संवत्सर की बधाइयां शुभकामनाएं !~*~
शुभकामनाओं-मंगलकामनाओं सहित…
- राजेन्द्र स्वर्णकार