Thursday, January 21, 2010
बेवकूफी या नादानी
वैसे तो हम अपनी जिन्दगी मैं हर पल ऐसे कुछ काम कर जाते हैं, जिसे बाद मैं सोचकर हमें बरबस हंसी आ जाती हैं । बात तब की हैं जब मैं चौथी कक्षा की छात्रा थी । हमारी कक्षा मैं विनायक नाम का लड़का पढता था जिसे अपने पिताजी के ओहदे का बड़ा गुमान था । हर वक़्त वोह अपनी मनमर्जी करता था कोई भी उससे कुछ ना कहता था । हमारी अध्यापिका को कीसी विशेष काम से एक दिन कक्षा से बाहर जाना पड़ा,तो कक्षा का मोनिटर विनायक को बनाया । मौका मिलने की देरी थी विनायक ने फिर अपनी मनमर्जी शुरू करदी उसने कहा कोई भी न बोलेगा और न ही हिलेगा सब ऐसे बैठो जैसे की एक मूर्ति बैठी हो । मैं भी कुछ देर तक उसके बताये तरीके से बैठी रही । बैठे -बैठे मुझे दर्द होने लगा क्यूंकि मुझे पोलियो हैं मेरे पुरे शारीर पर पोलियो का असर हैं ,तो मैं थोडा हिल गयी । उसने देख लिया और उसने आकर मेरे सर पर रुलर से मारा । मैंने कुछ नहीं बोला जब मम्मी मुझे लेने आई तब स्कूल छुटने मैं पांच दस मिनट की देरी थी मम्मी ने अध्यापिका जी से इजाजत लेकर मुझे स्कूल से ले गयी जब मम्मी मुझे लेकर स्कूल के गेट तक पहुंची तो मैंने उनको सब बात बताई । मम्मी ने बोला तू ने मुझे पहले क्यूँ नहीं बताया । मम्मी तुरंत कक्षा मैं लौटी हमको वापिस कक्षा मैं आया देख विनायक के चेहरे के भाव बदल गए उसे अपनी बात के पकडे जाने का भय था । मम्मी ने जब टीचर को सारी बात बतायी तो टीचर ने विनायक से पुछा तो विनायक ने फट से सारा इलज़ाम दुसरे लड़के आशीष पर लगा दिया । टीचर ने बेचारे आशीष को मुर्गा बना दिया , और मैं चुचाप उसको मुर्गा बना देखती रही और मम्मी के साथ घर लौट आई । आज भी इस बात को याद करती हूँ तो अपनी बेवकूफी पर हंसी भी आती हैं और अफसोस भी होता है
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aapki ye ghatna aapke bachpan ki hai.ye gmbhir baat nahi hai,lekin aisi prabratti bade logo me ho,to theek nahi.aaj bahut se logo me yahi aadat ban chuki hai ise ham ''tatasthata''kah sakte hai.kisi bhi mudde par hamaari tatasthata bahut ghatak ho jati hai.aadmi ko kabhi bhi atastha nani hona chahiye.
ReplyDelete*Brajsh "Achal" from Gwalior m.p.
ब्लोग जगत में आपका स्वागत है। लिखते रहें और मेरे ब्लोग पर भी पधारें।
ReplyDelete" aapka swagat hai ."
ReplyDelete----- http://eksacchai.blogspot.com
narayan narayan
ReplyDeleteविजय विश्व तिरंगा प्यारा ,झंडा ऊँचा रहे हमारा
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की शुभ कामनाए*
welcome
ReplyDeleteDil to bachcha hai....!! listen this track its really match ur thought....!! anyways keep ging i like the way u express ur thigs !!
ReplyDeletePlz welcome to my blog also ...
Jai HO Mangalmay HO
नमस्कार,
ReplyDeleteचिट्ठा जगत में आपका स्वागत है.
लिखते रहें!
[उल्टा तीर]